नई दिल्ली. पुराने 1000 और 500 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण से न सिर्फ राजनीति में शुचिता आएगी बल्कि अमीरों और गरीबों के बीच की खाई भी मिटेगी.
यह मानना है केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का. पुराने नोटों का चलन बंद करने पर राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि इस कदम से राजनीतिक और प्रशासनिक कार्यों में शुचिता आएगी.
केंद्र के फैसले की सराहना करते हुए सिंह ने कहा कि इसके साथ ही इस फैसले से अमीरों एवं गरीबों के बीच की खाई कम होगी.
उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण के बाद लोगों के सामने कुछ परेशानियां आ रही हैं लेकिन यह स्थिति महज कुछ समय तक ही रहेगी क्योंकि सरकार स्थिति सामान्य बनाने के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ हरसंभव प्रयास कर रही है.
सिंह ने कहा, ‘स्वाभाविक है कि इस फैसले से भ्रष्टचारियों और आतंकवादियों के आर्थिक स्रोतों पर रोक लगेगी. इससे राजनीतिक एवं प्रशासनिक कार्यों में शुचिता आएगी.’
उन्होंने कहा कि इस कदम से अमीरों एवं गरीबों के बीच की खाई भी घटने में मदद मिलेगी.
गृहमंत्री ने कहा, ‘यह राष्ट्रहित में उठाया गया ऐतिहासिक एवं बहादुरीभरा कदम है. आतंकवाद, चरमपंथ, नक्सलवाद घटेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘ऐसे निर्णय ऐसे लोगों द्वारा ही लिये जाते हैं जो केवल सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि समाज एवं राष्ट्रनिर्माण के लिए भी राजनीति करते हैं.’