हमारे शास्त्रों में कहा गया है… राजा नहीं राज करता बल्कि राजदंड राज करता है.
राजदंड मने राजा का डंडा. पुराने जमाने में राजा के सिंहासन के पास ही एक डंडा होता था जिसे संस्कृत में दण्ड कहते हैं.
राजा उसी डंडे के बल पे राज करता था. आज उस डंडे का रूप क़ानून ने ले लिया है.
भारत देश में पिछले 70 सालों में राजा मने सरकार का ये डंडा बहुत कमजोर हो गया था.
बड़े और ताकतवर लोगों ने सरकार यानि कि क़ानून से डरना छोड़ दिया था. बड़े और दबंग लोग खुद को क़ानून से ऊपर समझने लगे थे.
70 साल बाद कोई राजा आया है जिसने राजा मने सरकार या यूँ कह लीजिये कि कानून के राज को देश में मज़बूत किया है. इसी को उर्दू में इक़बाल कहते हैं.
मोदी जी ने सरकार का इक़बाल कायम किया है.
ताक़तवर लोग अचानक खुद को बेहद कमजोर महसूस करने लगे हैं. असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. बेबस और लाचार….
पूरब में बच्चे एक खेल खेलते हैं. पहले एक चुहिया को मार लेते हैं. फिर उसे थूक चटा के ज़िंदा करते हैं. इसी खेल से कहावत बनी है…. थूक से मुष्टी ज़िंदा करना.
पर थूक चटाने से मुष्टी कभी ज़िंदा होती है क्या?
मोदी जी ने ऐसी मार मारी है कि देश के सभी नेता बिलबिला उठे हैं.
ये जो राहुल गाँधी, केजरीवाल, ममता, माया, मुलायम, ओमर अब्दुल्लाह और येचुरी जैसे नेता हैं न….. चोट इनके पेट पे लगी है.
इनका रोना-चीखना बौखलाहट नहीं बल्कि बिलबिलाहट है. मोदी जी ने एक झटके में इन्हें अर्श से फर्श पे ला दिया है.
कल संसद से ले के सड़क तक इनकी एकता देखते ही बनती थी.
पर इस काले धन पे हुई सर्जिकल स्ट्राइक ने एक नया ख़तरा पैदा कर दिया है.
अरबपति से अचानक भिखारी बन गए नेता, अब सारे मतभेद भुला के मोदी जी के खिलाफ एकजुट हो सकते हैं और इनका एक राष्ट्रव्यापी गठबंधन बन सकता है जिसकी शुरुआत यूपी से हो सकती है.
इस समय देश में ख़तरा विपक्ष से नहीं बल्कि भाजपा के भ्रष्ट तत्वों से ज़्यादा है. हम सब जानते हैं कि ये भाजपा नेता भी कोई दूध के धुले तो हैं नहीं. इन सबने माल दबा रखा है. किसी ने कम तो किसी ने ज़्यादा. चोट सबको लगी है.
इसलिए नया ख़तरा अब ये आ गया है कि यूपी में मुलायम, मायावती, राहुल गाँधी, चौधरी अजीत सिंह, आज़म खान, ओवैसी…. ये सब एक हो सकते हैं और इनके साथ मिल के भाजपा नेता भी भितरघात कर सकते हैं.
मामला ही ऐसा है. जिंदगी भर की काली कमाई मिट्टी हुई जा रही है. इसके अलावा मोदी जी ने अपनी आगे की योजना भी खोल दी है.
बहुत जल्दी वो अगला वार इन चोर डाकुओं की अचल संपत्ति और अन्य निवेशों पे करेंगे…. ताबड़तोड़ छापे मारेंगे…. इनके लॉकर्स का सोना और हीरे जवाहरात बाहर आयेंगे.
उसे बचाने के लिए ये सभी नेता, उद्योगपति, माफिया, नक्सलवादी और आतंकवादी एक हो के मोदी जी के पीछे पड़ सकते हैं.
बहुत संभव है कि इसी सत्र में मोदी जी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ले आयें और सहयोगी दल और भ्रष्ट भाजपा सांसद क्रॉस वोटिंग कर सरकार गिरा दें.
अगले कुछ दिनों में नकली जनाक्रोश पैदा कर, दंगे, उपद्रव, आगजनी, और भूख भुखमरी और खाद्य पदार्थों की किल्लत का बहाना बना के लूटपाट शुरू करा दें…. और इसकी आड़ में सरकार गिरा दें….
इसलिए मित्रों, अब देश की बागडोर हमारे हाथ में है…. आपके और मेरे हाथ में….
आइये हम डट के मोदी जी के साथ खड़े हों और चोर डाकुओं के मंसूबों पे पानी फेर दें. 95% जनता इस फैसले में मोदी जी के साथ है…. हमें इन डाकुओं की दाल नहीं गलने देनी है.
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