अहमदाबाद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े नोट बंद करने का फैसला लेकर कांग्रेस के नेताओं 12 लाख करोड़ रुपये को ‘कागज के कचरे’ में तब्दील कर दिया.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यह दावा गुजरात के भरूच में पार्टी कार्यकर्ताओं और नागरिकों को संबोधित करते हुए किया.
राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए भाजपा प्रमुख शाह ने ‘4000 रुपये बदलने के लिए 4 करोड़ रुपये की कार में एक बैंक जाने के लिए’ कांग्रेस उपाध्यक्ष का मजाक उड़ाया.
उन्होंने दावा किया कि बड़े नोटों का चलन खत्म करने के कदम से कांग्रेस दुखी है क्योंकि मोदी की इस पहल से उसका ‘धन’ ‘कागज के कचरे’ में तब्दील हो गया.
शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेताओं ने संप्रग के शासन के दौरान ‘भ्रष्ट’ साधनों से 12 लाख करोड़ रुपये संचित किए थे जिन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रातोंरात ‘कागज के कचरे’ में तब्दील कर दिया गया.
उन्होंने कहा, ‘अपने 10 साल के शासन के दौरान सोनिया-मनमोहन सरकार ने हर महीने एक घोटाला किया. चाहे वह 2जी हो, राष्ट्रमंडल खेल हो, कोयला आबंटन हो, आदर्श सोसाइटी हो, विमान खरीद हो या कई अन्य घोटाला हो.
इस व्यापक स्तर के भ्रष्टाचार से कांग्रेसी नेताओं ने 12 लाख करोड़ रुपये संचित किए जोकि केन्द्र के बजट के आकार के बराबर है.’
शाह ने कहा, ‘उन्होंने यह भारी भरकम रकम अपने घरों, गोदामों, अपने मित्रों के ठिकानों में यह सोचकर रखा कि यह सुरक्षित है. लेकिन मोदी ने 8 नवंबर को विमुद्रीकरण की घोषणा कर इन्हें रद्दी के टुकड़ों में बदल किया. इससे कांग्रेसियों के चेहरे का नूर गायब हो गया है.’
भाजपा अध्यक्ष ने केजरीवाल, ममता बनर्जी और मुलायम सिंह यादव पर भी हमला बोलते हुए दावा किया कि विमुद्रीकरण के कदम से हर कोई ‘गहरे संकट’ में है, लेकिन कोई भी अपने असंतोष के पीछे कारण का खुलासा करने को तैयार नहीं है.
भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘स्थिति एक बाढ़ जैसी है जिसमें सबकुछ बह गया. अब कांग्रेसी नेताओं, केजरीवाल, ममता और मुलायम सिंह ने इस बाढ़ से खुद को बचाने के लिए आपस में हाथ मिला लिया है.’
उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों का ज़िक्र करते हुए मुझे पक्का विश्वास है कि यहां उपस्थित लोगों में से कोई भी बिल्कुल चिंतित नहीं है क्योंकि हमारे पास कालाधन नहीं है. केवल वहीं परेशान हैं जिनके पास कालाधन है.’
शाह ने कहा, ‘राहुल बाबा 4 करोड़ रुपये की कार में बैठकर 4,000 रुपये बदलने गए. क्या आपको लगता है कि ऐसे लोगों को कभी 4,000 रुपये नकदी की जरूरत पड़ती है.’
उन्होंने कहा, ‘मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि यदि वह और उनकी पार्टी इतनी चिंतित है तो कांग्रेसी नेताओं को 12 लाख करोड़ रुपये संचित नहीं करना चाहिए था.’
नकदी की किल्लत के चलते आम लोगों को हो रही परेशानी की बात स्वीकारते हुए भाजपा प्रमुख ने कहा कि आम लोगों को ‘लंबे समय में इसका लाभ मिलेगा.’