शाह का सवाल : बड़े नोट बंद होने से राहुल, मुलायम और माया तकलीफ में क्यों?

Amit Shah
Amit Shah addressing press conference on demonetization

नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि नोटबंदी के फैसले से राहुल गांधी, मुलायम सिंह यादव और मायावती को तकलीफ क्यों हो रही है?

पांच सौ और हजार के नोट बंद होने और नए नोट जारी होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी, बसपा सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव पर उनके बयानों के लिए निशाना साधा.

शाह ने कहा, भ्रष्टाचार के विरोध में सरकार के इस कदम पर राहुल गांधी, मायावती और मुलायम को क्यों तकलीफ हो रही है?

उन्होंने करारा हमला करते हुए पूछा कि क्या वे आतंकवाद को बढ़ावा देना चाहते हैं? क्या कालाबाजारियों को बढ़ावा देना चाहते हैं?

सरकार के इस फैसले का राजनीतिक दलों द्वारा विरोध करने पर शाह ने कहा कि दो दिन से राजनीतिक पार्टियों की प्रतिक्रियाएं जनता देख रही है.

अमित शाह ने कहा, मोदी सरकार के इस फैसले से कालाधन और नकली नोटों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी. इससे किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी और आम लोगों को कोई दिक्कत नहीं होगी.

उन्होंने कहा, इस फैसले से प्रामाणिक करदाताओं को डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार छोटे व्यापारी, किसान, मजदूर, गरीब के हितों की रक्षा करेगी.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, देश के लोग नोटबंदी के फैसले के समर्थन में हैं. इससे काले धन वालों को सदम लगा है. ईमानदार और टैक्स भरने वालों को इससे डरने की जरूरत नहीं है.

उन्होंने कहा, जहां से शिकायत आ रही है. वहां सरकार तुरंत कार्रवाई कर रही है. जहां एटीएम से पैसे नहीं निकल रहे हैं, वहां भी सरकार तुरंत समस्या का समाधाना कर रही है.

शाह ने आश्वस्त किया कि इससे आम लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. आम लोगों को थोड़े समय के लिए दिक्कत जरूर होगी, लेकिन बाद में सब सही हो जाएगा. इससे महंगाई कम होगी और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.

शाह ने कहा कि कुछ तकलीफ सहते हुए अगर देश के अर्थतंत्र को बहुत बड़ा फायदा होता है, तो जनता को सरकार का सहयोग करना चाहिए. उन्होंने बताया कि फर्जी, काले नोट को निकालना जरूरी है क्योंकि इसके बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता.

उन्होंने कहा कि सरकार ने कमियों पर तत्काल सुधार के लिए टीम बनाई है. इसके तहत तीन दिन तक टोल टैक्स की वसूली पर रोक लगा दिया गया. वहीं सरकारी भुगतान जैसे टेलीफोन, बिजली, पानी का बिल भरने में पुराने नोटों को स्वीकार किया जा रहा है.

अमित शाह ने सरकार के निर्णय को दोहराया कि ढाई लाख से कम 500 और हजार का नोट रखने वाले लोगों से कोई पूछताछ नहीं की जाएगी.

उन्होंने अपील की कि 30 दिसंबर तक सभी बैंकों में पुराने नोट स्वीकार किए जाएंगे, इसलिए लोग हड़बड़ी ना करें. शाह ने बैंक और बैंक कर्मचारियों को जनता का सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया.

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