भारत की सेक्युलर राजनीति मुस्लिम वोट के लालच में SIMI के आतंकवादियों के पक्ष में जा खड़ी हुई है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को इस्लाम के खिलाफ लड़ाई बना दिया गया है.
जब भी कोई आतंकी मारा जाता है तो उसे आतंकी नहीं बल्कि मुसलमान बना के पेश किया जाता है.
विपक्षी सेक्युलर दलों की इस रणनीति ने मोदी और भाजपा को एक अवसर प्रदान कर दिया है. अब मोदी बेहद आक्रामक हो के पाकिस्तान और इस्लामिक आतंकवाद पे निर्मम प्रहार कर रहे हैं. विपक्षी दल इसे इस्लाम और मुसलमान पर आक्रमण कह के प्रचारित करते हैं.
मोदी की पाकिस्तान और इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ आक्रामक नीति उनके आक्रामक हिन्दू राष्ट्रवादी वोट बैंक का मानसिक तुष्टिकरण करती है.
सेक्युलर राजनीति 13.5 % मुस्लिम वोट बैंक के तुष्टिकरण में लगी है.
मोदी के सामने मौक़ा है कि वो इस्लामिक आतंकवाद और पाकिस्तान की कमर तोड़ के देश के 80 % हिन्दू वोट बैंक की राजनीति करें.
मोदी के दोनों हाथों में लड्डू हैं. SIMI के पक्ष में सेक्युलर राजनीति जितना ज़्यादा चिल्लायेगी, मोदी को उतना ज़्यादा फायदा होगा.
ध्रुवीकरण की राजनीति का पहला सिद्धांत है – Every polarization has got an equal and opposite polarization.
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