कितनी सुरक्षित मध्यप्रदेश की जेल? फिर निकल भागे सिमी आतंकवादी

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भोपाल. रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 2-3 बजे के बीच स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के 8 आतंकी भोपाल सेंट्रल जेल से भाग निकले.

इस खतरनाक घटना का मजेदार पहलू यह है कि इन आठ में कुछ आतंकी पहले भी जेल से भाग चुके हैं.

इससे भी मजेदार बात यह है कि केंद्र सरकार की ओर से हाई अलर्ट किए जाने के बावजूद यह घटना हुई है.

और मजेदार बातों की कड़ी में सबसे जोरदार बात यह कि भोपाल जेल देश की पहली आईएसओ प्रमाणित जेल है.

उज्जैन और इंदौर जैसे शहर सिमी के टारगेट पर हैं. घटना के बाद भोपाल के हर हिस्से में नाकाबंदी कर दी गई है. हर जगह चेकिंग की जा रही है.

आतंकियों ने गार्ड का गला रेता और चादरों की रस्सी बनाकर दीवार फांद गए. करीब 3 साल पहले भी प्रदेश के खंडवा से सिमी आतंकी ऐसे ही जेल से फरार हो गए थे.

जेल के बी ब्लॉक की बैरक तोड़ने के बाद पहले इन्होंने प्रधान आरक्षक रमाशंकर की गला रेतकर हत्या कर दी.

इसके बाद ओढ़ी जाने वाली एक चादर को बतौर रस्सी इस्तेमाल करके जेल की दीवार फांदी. भागने से पहले एक अन्य पुलिसवाले चंदन के हाथ-पैर बांध दिए.

डीआईजी रमन सिंह के मुताबिक़ आतंकियों ने पहले हेड गार्ड रमाशंकर सिंह की हत्या कर दी. उनका गला रेत दिया.

हमले के लिए स्टील की प्लेट और ग्लास का इस्तेमाल किया. इसके बाद जेल में ओढ़ने के लिए मिली चादरों की रस्सी बनाई. उसी के सहारे दीवार फांदी.

आतंकियों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. वहीं, लापरवाही बरतने के आरोप में जेल के पांच कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.

इसमें से कुछ आतंकी वे भी हैं जो 2013 में खंडवा जेल से भागे थे. उन्हें पकड़ कर यहां लाया गया था. सभी आतंकियों को भोपाल जेल में रखा गया था

खंडवा जेल से 2 अक्टूबर 2013 से सात कैदी भागे थे. इसके बाद मध्य प्रदेश में जितने भी सिमी के आतंकी अन्य जेलों में थे, उन सबको एक जगह लाया गया.

सभी को भोपाल सेंट्रल जेल में रखा गया. यहां सिमी के 30 आतंकी रखे गए. इन्हीं में से 8 आतंकी भागे हैं.

भागने वाले आतंकियों में शेख मुजीब, खालिद, मजीद, अकील खिलजी, जाकिर, महबूब, अमजद और सलिक.

तीन साल पहले खंडवा जेल के बाथरूम की दीवार तोड़कर सिमी के आतंकी अबू फैजल खान, एजाजुद्दीन अजीजुद्दीन, असलम अय्यूब, अमजद, जाकिर, शेख महबूब और आबिद मिर्जा फरार हो गए थे.

इनमें से आबिद को कुछ ही देर बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. अबू फैजल, इरफान नागौरी और खालिद अहमद को एटीएस ने 25 दिसंबर 2013 को सेंधवा पठार के पास से मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था.

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