LoC पर धायं-धायं जारी, चार पाकिस्तानी चौकियां तबाह

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जम्मू. पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे सीजफायर उल्लंघन का करारा जवाब देते हुए भारतीय सेना ने एलओसी के पास केरन सेक्टर में चार पाकिस्तानी चौकियों को नष्ट कर दिया है.

इसके अलावा पाकिस्तान की तरफ जानमाल का भारी नुकसान भी हुआ है. पाकिस्तान की तरफ हताहतों की संख्या करीब 20 तक हो सकती है.

दिन में केरन सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने संघर्षविराम का उल्लंघन किया था, पाकिस्तानी गोलाबारी के जवाब में भारतीय सेना ने यह हमला किया.

पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में भी सीजफायर उल्लंघन हुआ है.

पिछले एक हफ्ते के दौरान पाकिस्तान की ओर से कई बार भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर सीजफायर का उल्लंघन किया गया है.

शनिवार को ही पाकिस्तान की ओर से माछिल सेक्टर में की गई फायरिंग में एक बीएसएफ जवान शहीद हो गया.

महाराष्ट्र के सांगली में रहने वाले 28 वर्षीय कांस्टेबल कोली नितिन सुभाष पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की गोलीबारी में शनिवार सुबह शहीद हो गए.

बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा कि सुभाष वर्ष 2008 में बीएसएफ में शामिल हुए थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं. उनके एक बेटे की आयु चार साल है और एक बेटा दो साल का है.

यह घटना ऐसे समय में हुई, जब कुछ ही घंटे पहले एक बर्बर घटना में सेक्टर में आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सेना की फायरिंग की आड़ में नियंत्रण रेखा पार की और एक भारतीय जवान मंदीप सिंह की हत्या कर उसके शव को विकृत कर दिया.

इसके बाद भारतीय सेना ने चेतावनी दी थी कि ‘इस घटना का उचित जवाब दिया जाएगा.’

जवान के शव को क्षतविक्षत किए जाने की जघन्य घटना को लेकर कुरुक्षेत्र में जवान के गांव के लोगों में आक्रोश पैदा हो गया.

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जवान के पार्थिव शरीर के साथ हैवानियत का व्यवहार किए जाने की निंदा करते हुए इसे ‘नृशंस’ करार दिया.

जवान के परिवार ने मांग की कि आतंकवादियों को संरक्षण देने के लिए पाकिस्तान को सबक सिखाया जाना चाहिए, जबकि सेना के पूर्व अधिकारियों ने दुख प्रकट किया है.

जवान के भाई संदीप सिंह ने मांग की है कि परिवार एक सिर के बदले 10 पाकिस्तानी सिर चाहता है.

इस 30 वर्षीय शहीद के परिवार के सदस्यों पर गम का पहाड़ टूट पड़ा. मंदीप की दो साल पहले शादी हुई थी.

उनकी पत्नी प्रेरणा हरियाणा पुलिस में हेड कांस्टेबल हैं और कुरूक्षेत्र जिले के शाहबाद मरकांडा में तैनात हैं.

मंदीप के पिता ने कहा, ‘यह उसकी ड्यूटी थी, उसने इसे निभाया. उसने अपने जीवन की कुर्बानी दी है. हमें पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए.’

प्रेरणा ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवादियों को संरक्षण देने के लिए सबक सिखाया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि मंदीप छह महीने पहले छुट्टी पर आए थे और वह दिवाली पर फिर आने वाले थे.

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘इससे नृशंस कुछ नहीं हो सकता. मैंने हमेशा कहा है कि सैनिकों के मानवाधिकार को किसी भी दूसरे व्यक्ति के मानवाधिकार के ऊपर तवज्जो मिलनी चाहिए.’

इससे पहले पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग के बाद जवाबी कार्रवाई में शुक्रवार को 15 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे.

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