कुआंटन. देशवासियों को दिवाली का उपहार देते हुए एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी के फाइनल में रविवार को भारत ने पाकिस्तान 3-2 से हरा दिया.
मैच में भारत ने शुरू से ही बढ़िया खेल दिखाया. रुपिंदर पाल सिंह ने 18 वें मिनट में पहला और अफनान यूसुफ ने 23 वें मिनट में दूसरा गोल कर भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी.
पाकिस्तान की तरफ से अलीम बिलाल ने 26 वें मिनट में गोल कर स्कोर 2-1 कर दिया. पहले हाफ तक भारत 2-1 से आगे रहा.
इसके बाद अली शान ने पाक के लिए दूसरा गोल दागा. चौथे क्वार्टर में तनावपूर्ण क्षणों में नितिन थिमैया ने भारत के लिए तीसरा गोल दागा.
एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी के इतिहास पर एक नजर डालें, तो भारतीय टीम ने 2011 में पाकिस्तान को पेनाल्टी शूटआउट में मात देकर खिताबी जीत हासिल की थी. हालांकि, पाकिस्तान की टीम इस खिताब को दो बार अपने नाम कर चुकी है.
कतर की राजधानी दोहा में 2012 में आयोजित हुए इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान ने अपना बदला पूरा करते हुए भारत को हराकर खिताबी जीत हासिल की थी और 2013 में मेजबान देश जापान को हराकर दूसरी बार खिताब जीता था.
भारत इस टूर्नामेंट में अपना एक भी मुकाबला नहीं हारा है. पहले मुकाबले में जापान को 10-2 की करारी शिकस्त देकर भारत ने एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी के चौथे संस्करण का विजयी आगाज किया था, वहीं दूसरे मैच में उसने दक्षिण कोरिया को 1-1 से बराबरी पर रोका था.
भारतीय टीम ने तीसरे मुकाबले में पाकिस्तान को हराने के बाद चीन के खिलाफ चौथे मैच में 9-0 से जीत हासिल की थी. सेमीफाइनल में उसने दक्षिण कोरिया को हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया.
पाकिस्तान की टीम को इस टूर्नामेंट में दो बार हार का सामना करना पड़ा है, वहीं उसने बाकी तीन मुकाबलों में जीत हासिल की.