प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबसे बड़े मुस्लिम समर्थक जफर सरेशवाला ने खुलकर नरेन्द्र मोदी से बगावत कर दी है.
हैदराबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह देश में समान नागरिक संहिता लागू करने के सख्त विरोधी हैं और इस मामले में मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड ने मोदी सरकार के खिलाफ जो अभियान छेड़ा है उसका वह पूरी तरह से साथ देंगे.
उन्होंने कहा कि संविधान ने मुसलमानों को इस बात का अधिकार दिया है कि उनके धार्मिक मामलों में कोई सरकार या न्यायालय कोई हस्तक्षेप न करे. मोदी सरकार को इसका पालन करना चाहिए.
जफर सरेशवाला ने विधि आयोग द्वारा तीन तलाक और समान नागरिक संहिता के बारे में आम जनता की राय जानने के लिए जारी प्रश्नावली को भी संविधान के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लाॅ शरीयत पर आधारित है और उसमें किसी भी सरकार या अदालत को हस्तक्षेप करने का कतई हक नहीं है.
जफर सरेशवाला ने यह सिद्ध कर दिया है कि हर मुसलमान सिर्फ मुसलमान होता है. जब इस्लाम और शरीयत का मुद्दा आता है तो वो संबंध को ठोकर मार देता है.
– मनमोहन शर्मा (वरिष्ठ पत्रकार)