जागृत है यदि आत्मा, पुरखों का संस्कार |
वीर पुरुष करते सदा, दुश्मन का प्रतिकार ||
सीमा पर जो चल रहा, है यदि उसका बोध |
हमको लेना चाहिये, चीना से प्रतिशोध ||
दीप पर्व दीपावली, आया है श्रीमान |
चीना को मत भेजिये,लक्ष्मी का वरदान ||
तोप टैंक सब पाक के, चीना के निर्माण |
भारत से ही धन कमा, भेजे पाकिस्तान ||
सैनिक रक्षक देश का, होता भ्रात समान |
अपने धन से ले रहे , हम अनजाने प्राण ||
आज जरुरत देश की, करें चीन प्रतिकार |
भारत निर्मित दीजिये, मित्रों को उपहार ||
सैनिक की जलती चिता, करती यही पुकार |
दीपक ऐसा लीजिये, पाले पेट कुम्हार ||
नीली हो या लाल हो, चाहे जैसी शेड |
झालर ऐसी लीजिये, जो हो भारत मेड ||
चीनी क्रैकर फुलझड़ी, हो जाते हैं फ्यूज |
देशी क्रैकर लीजिये, होते पूरे यूज ||
बंद करो अब बेचना, कैडबरी औ लेज़ |
लड्डू पेडा खाइये, नहीं विदेशी क्लेश ||
दीवाली के पर्व पे, गूंजे यह उद्घोष |
बहिष्कार हो चीन का, सैनिक का सन्देश ||
आओ कुछ ऐसा मने, दीप पर्व त्यौहार |
घर का धन घर में रहे, चीन करे चित्कार ||