हालिया एक शादी में बुद्धत्व प्राप्त हुआ कि, बेशक संसार के अन्य लोगो के लिए महानतम खोज लाइट, फोन, टीवी वगैरह वगैरह हो सकती हैं लेकिन हम सिक्खों के लिए निर्विवाद एकमत रूप से सबसे महान खोज पनीर हैं !
हम लोग शादी के प्रति उतने इमोशनल नहीं होते जितने कि मेन्यु के प्रति होते हैं ! किसकी शादी किसके संग हो रही , से ज्यादा चर्चा इस बात की होती हैं की किस सब्जी की जोड़ी पनीर संग बन रही हैं !
पनीर हमारे लिए हमारे नाम जितना महत्त्व रखता हैं ! जिस तरह हमारे समुदाय में स्त्री पुरुषो के नाम में समरूपता रखी जाती हैं , वही समरूपता इसकी सब्जियों में भी रहती हैं ! पालक पनीर, राजमा पनीर, छोले पनीर, मिक्सवेज पनीर और कुछ भी नहीं तो सिर्फ पनीर !
स्वर्गीय शम्मी कपूर विज्ञापनों में बारात का स्वागत बेशक पान पराग से करने की बात करते हो लेकिन हमारे लिए तो यह जिम्मेदारी भी पनीर ही सम्हालता आ रहा हैं, वेटर्स के हाथो में चटपटे मसालों से लिपटे गरमा गर्म पनीर के टुकड़े टीथ स्टिक पर टंगे हुए जब तक स्वागत द्वार पर नजर नहीं आते तब तक बारातियों के पैर भीतर जाने के उठ नहीं पाते!
वास्तव में हम लोगो की भरी पूरी चर्बीली काया पनीर के पिल्लर्स पर ही टिकी होती हैं जो कि कैल्शियम का बढ़िया स्त्रोत हैं! आप भी आजमा कर देखियेगा 🙂 🙂
– सतवीर सिंह