मंडी. पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर सेना के पराक्रम की तारीफ की है.
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने परिवर्तन रैली में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर भी निशाना साधा और कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्रियों ने खुद को पेयजल और सड़कों जैसे मुद्दों के प्रति समर्पित किया, जबकि कांग्रेस नेता ने अपने खुद के कल्याण की चिंता की.
प्रधानमंत्री, मंगलवार को हिमाचल प्रदेश में एक रैली में बोल रहे थे, जहां उन्होंने तीन पनबिजली परियोजनाओं का उद्घाटन किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या मुझे यह बयान करने की आवश्यकता है कि वर्तमान मुख्यमंत्री किस चीज के लिए जाने जाते हैं?
मोदी ने कहा कि ‘जब भाजपा के मुख्यमंत्री थे तो तब किसी ने खुद को पेयजल के प्रति समर्पित किया तो किसी ने खुद को सड़कों के प्रति समर्पित किया, लेकिन जब अन्य लोग आए तो उन्होंने अपने खुद के कल्याण के लिए बहुत सारी चीजें समर्पित कीं.’
उल्लेखनीय है कि भाजपा कान्रेस नेता और प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रही है. वहीं, अनेक जांच एजेंसियों का सामना कर रहे वीरभद्र ने आरोपों को खारिज किया है और दावा किया है कि उन्हें ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ का शिकार बनाया जा रहा है.
मोदी ने कहा कि उन्होंने आज छोटी काशी में सिर झुकाने का मौका मिला. हालांकि मैंने हिमाचल आने में देर कर दी लेकिन हिमाचल के लोगों का दिल हिमालय जैसा है.
प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ सेना के सर्जिकल स्ट्राइक की तुलना इजरायली तर्ज के अभियानों से की और कहा कि भारतीय बलों ने दिखा दिया कि वे किसी से कम नहीं हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले ऐसा इजरायल ही किया करता था, लेकिन अब भारतीय सेना ने भी दिखा दिया है कि वह किसी से कम नहीं है. आज देश भर में हमारी सेना के पराक्रम की चर्चा हो रही है.
उन्होंने कहा, इस तरह की कार्रवाई को लेकर पहले लोग केवल इजरायल की बात करते थे लेकिन अब भारत ने भी ऐसा कर दिखाया. हिमाचल में हर घर से कोई न कोई सेना में इसलिए सर्जिकल स्ट्राइक का हिमाचल में खास स्वागत किया गया.
उन्होंने कहा कि इन दिनों देशभर में हमारी सेना के पराक्रम की चर्चा की जा रही है. पूर्व में हम सुना करते थे कि इजरायल ने यह किया है. राष्ट्र ने देखा है कि भारतीय सेना किसी से भी कम नहीं है. इजरायल दुश्मन देशों और आतंकी संगठनों के खिलाफ लक्षित हमलों के लिए जाना जाता है.
सशस्त्र बलों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए मोदी ने आज कहा कि उनकी सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों के लिए ‘एक रैंक एक पेंशन’ के वायदे को पूरा किया है जो 40 साल से अधिक समय से लटका हुआ था.
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने लंबे-चौड़े वायदे कर लोगों को बहकाया और उनमें से कुछ ने इस संबंध में 200 करोड़ से 500 करोड़ रुपये तक आवंटित भी किए, लेकिन इस बारे में कोई विश्लेषण नहीं किया कि कितनी लागत आएगी और इसे किस तरह अंजाम दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने इसे किया और यह पाकर चकित रह गया कि आर्थिक भार बढ़ता रहा. यह 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक का हो गया. उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी सरकार के लिए एक बार में इतनी बड़ी राशि का आवंटन करना मुश्किल था.
उन्होंने कहा कि उन्होंने सशस्त्र बलों से बात की और धन चार किश्तों में जारी करने की पेशकश की जिस पर वे सहमत हो गए. उन्होंने कहा कि पहली किश्त में 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी जा चुकी है. शेष राशि बाद में दी जाएगी. 40 साल से अधिक समय से लटकता चला आ रहा वायदा पूरा कर दिया गया है.