सहारनपुर. कभी उत्तरप्रदेश सरकार में अघोषित मुख्यमंत्री माने जाने वाले और अब, समाजवादी पार्टी में अमर सिंह की एंट्री के बाद दरकिनार कर दिए गए आज़म खान, गाहे-बगाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर शब्दबाण छोड़ते रहते हैं.
गत दिवस सहारनपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आजम खान ने कहा कि वे पीएम बने तो देश के 130 करोड़ नागरिकों के खाते में 15 नहीं 20-20 लाख रूपए जमा करा देंगे.
आज़म ने खुद की तुलना प्रधानमंत्री मोदी से करते हुए कहा कि उन्हें मोदी की तरह ‘चाय बनाना’ आता है, वह भी ‘सलीके से कपड़े पहनते हैं’, ‘ड्रम बजा सकते हैं’ और इसलिए प्रधानमंत्री बनने के लिए ‘फिट उम्मीदवार’ हैं.
यहां ई-रिक्शा वितरण कार्यक्रम में आजम ने कहा, ‘मुझमें प्रधानमंत्री बनने के सारे गुण हैं. मैं चाय बना सकता हूं, ड्रम बजा सकता हूं, खाना बना सकता हूं और सलीके से कपड़े पहन सकता हूं. इसके अलावा, मैं देखने में भी कुछ खास बुरा नहीं हूं और न ही भ्रष्ट हूं.’
आजम ने शुरुआती दिनों में मोदी के ‘चायवाले’ के तौर पर किए गए काम, उनके ‘नाम लिखे सूट’ और जापान एवं तंजानिया में ड्रम बजाने वाले वाकयों को लेकर प्रधानमंत्री पर चुटकी ली.
हर भारतीय के खाते में 15-15 लाख रुपए जमा कराने के मोदी के चुनावी वादे पर चुटकी लेते हुए आजम ने कहा, ‘यदि मैं प्रधानमंत्री बन जाता हूं तो मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि मैं छह महीने के भीतर 130 करोड़ लोगों के बैंक खातों में 20-20 लाख रुपए जमा करा दूंगा. मैं उनकी तरह नहीं हूं जो अपने वादे पूरे नहीं करते.’
उन्होंने कहा, ‘यदि पैसे जमा कराए गए होते तो कोई भी गरीब नहीं रहता. लोगों को रोजी-रोटी कमाने के लिए यहां ई-रिक्शा लेने नहीं आना पड़ता, बल्कि वे करोड़पति बन चुके होते.’
आजम ने दावा किया, ‘रिक्शा चलाने वाले को अपनी बेटी की शादी में हमेशा मुश्किल का सामना करना पड़ता है क्योंकि लड़के वाले उसकी सामाजिक हैसियत और काम की वजह से उसके प्रस्ताव को खारिज कर देते हैं.’
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार साइकिल रिक्शा के बदले ई-रिक्शा दे रही है ताकि उन्हें अच्छा कमाने और अपना आत्म-सम्मान फिर से पाने का मौका मिले.
पीएम पर निशाना साधते हुए आजम ने कहा, ‘जब सीमा पर तनाव बढ़ रहा है और हमारे गरीब भूखे हैं, ऐसे समय में वह (मोदी) पाकिस्तान को शॉल भेजते हैं और बदले में उनके लिए आम के बक्से आते हैं. इससे राजा भी खुश, पाकिस्तान भी खुश. वह 2017 के (उत्तर प्रदेश) चुनाव में इसका फायदा उठाएंगे.’