बगदाद. कुख्यात इस्लामिक आतंकी संगठन ISIS के कब्जे वाले मोसुल के सीमावर्ती गांवों में इराकी और कुर्दिश फौजों के लिए मुहिम आसान नहीं है.
मोसुल को इस आतंकी संगठन से मुक्त कराने पहुंची फौज की बढ़ती ताकत से घबरा कर अपनी जान बचाने के लिए आतंकी नागरिकों को ‘मानव ढाल’ के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं.
माना जा रहा है कि आईएस के शीर्ष नेता और विस्फोटक सामग्री बनाने वाला मुख्य एक्सपर्ट समेत हजारों आतंकी मोसुल में मौजूद हैं.
आशंका है कि इस शहर पर गठबंधन सेनाओं के कब्जे के लिए किए जाने वाले किसी भी जमीनी हमले के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.
यहां मौजूद चार से आठ हजार आतंकियों को खदेड़ने के लिए इराकी सेना, कुर्द बलों और सुन्नी लड़ाकों समेत 30 हजार जवानों ने मोर्चा संभाला है.
अभियान में पांच हजार अमेरिकी सैनिक भी मदद कर रहे हैं. जबकि फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा और दूसरे पश्चिमी देश भी इससे जुड़े हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इराकी फौजें शहर से 20-30 किमी दूर हैं और करीब 100 परिवारों ने हमले के लिहाज से सर्वाधिक खतरे वाले दक्षिण और पूर्वी हिस्से से हटकर शहर के मध्य हिस्सों में जाना शुरू कर दिया है.
आईएसआईएस के आतंकी लोगों को मोसुल से भागने से रोक रहे हैं और एक शख्स ने तो बताया कि आतंकी उन इमारतों में रहने के लिए नागरिकों से कह रहे हैं जिनमें वे खुद अभी तक रह रहे थे.
स्पष्ट है कि आईएसआईएस ने लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है और उन इमारतों में लोगों को रहने की अनुमति दी जा रही है, जिन पर हवाई हमला हो सकता है.
मोसुल में अभी भी 15 लाख लोग रहते हैं. इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन ने कहा है कि वह आतंकियों द्वारा केमिकल हमले की आशंका के मद्देनजर लोगों के लिए गैस मास्क तैयार कर रहा है.
हालांकि ISIS के इस सबसे मजबूत गढ़ से आतंकियों के सफाए के लिए छिड़ी जंग में सुरक्षा बलों को शुरुआती कामयाबी मिली है.
कुर्द बलों और अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन की मदद से अभियान के पहले 24 घंटे में ही इराकी सेना शहर के करीब पहुंच गई है. करीब 20 गांवों को आईएस के कब्जे से मुक्त करा लिया गया है.
इराकी सेना मोसुल के दक्षिणी और दक्षिण पूर्व छोर से हमला कर रही है जबकि कुर्दों ने उत्तर और उत्तर पश्चिम तरफ से मोर्चा संभाल रखा है.
शहर के करीब आसमान में काला धुंआ पसरा दिख रहा है. आईएस आतंकियों ने हवाई हमलों से बचने के लिए तेल के कुंओं को आग लगानी शुरू कर दी है.
अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने कहा कि मोसुल पर दोबारा कब्जे का मतलब आतंकियों को परास्त करने का निर्णायक पल होगा. 15 लाख की आबादी वाले इस शहर पर आईएस का 2014 से कब्जा है.
लड़ाई के चलते शहर से पलायन करने वालों के लिए संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी ने तैयारी की है. उनके लिए पांच कैंप तैयार किए हैं. इनमें करीब 45 हजार लोगों को ठहराया जा सकता है. ऐसे ही छह और कैंप बनान की योजना है.