वाराणसी. शनिवार को राजघाट पुल के पास बाबा जयगुरुदेव के आयोजित कार्यक्रम में दोपहर डेढ़ बजे अचानक भगदड मचने से करीब 19 के मरने की सूचना है. जबकि घायलों की संख्या भी सैकड़ों में पहुंच गई है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मृतकों को दो-दो लाख की मदद की बात कही है.
बताया जा रहा है कि कार्यक्रम स्थल के बगल में ही गंगा जी का पुल था जिसमें काफी सारे लोग गिर गये हैं. मुख्य चिकित्साधिकारी डा वीबी सिंह के अनुसार 19 की मौत हुई है.
जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने बताया कि चंदौली जिले में गंगा के किनारे डोमरी गांव में बाबा जयगुरुदेव की याद में आयोजित दो दिवसीय जागरूकता शिविर में आए बड़ी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी स्थित पीली कोठी से होते हुए डोमरी गांव जा रहे थे. रास्ते में राजघाट पुल पर अचानक भगदड़ मच गई.
उन्होंने बताया कि हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई तथा 60 अन्य घायल हो गए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उनमें से पांच की हालत नाजुक बतायी जाती है. मृतकों की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है. वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और हालात पर नजर रखी जा रही है.
इस समागम में शामिल होने हजारों लोगों को गंगा उस पार सत्संग स्थल पर जाना था. जबकि गंगा पार करने के लिए महज राजघाट पुल और विश्वसुंदरी पुल, ये दो ही पुल थे.
राजघाट पुल से कार्यक्रम स्थल नजदीक था लिहाजा भीड़ का दबाव इस पुल पर बढ़ता गया. अंग्रेजों के जमाने का बना राजघाट पुल, डफरिन ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है और मालवीय पुल के नाम से भी.
इसके एक ओर बनारस है तो दूसरे सिरे पर है चंदौली जिला. प्रशासनिक व पुलिस अफसरों के पास भीड़ के भारी दबाव को इस पुल पर नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस प्लान नहीं था. भक्तों में बुजुर्गों व महिलाओं की संख्या ज्यादा होने से हुई भगदड़ आखिर कई जिंदगियां लील गई.
वहीं मथुरा से जयगुरुदेव संस्थान के मीडिया प्रभारी का बयान आया है कि पुल टूटने की अफवाह से वारणसी में बड़ा हादसा हुआ है. जिला प्रशासन ने भी लोगो को आगे बढ़ने से रोका.
चंदौली और वाराणसी के बीच गंगा पुल के पास मची भगदड के बाद प्रशासन की ओर से दावे तो राहत और बचाव के हैं मगर भारी भीड के चलते मौके पर पहुंचना भी एंबुलेंस के लिए भारी साबित हो रहा है. भगदड की सूचना के बाद कई एंबुलेंस व डाक्टरों की टीम के राजघाट पुल स्थित घटनास्थल पर है.
शनिवार को चंदौली स्थित डुमरिया में आयोजित होने वाले जय गुरुदेव के समागम में वाराणसी की ओर से गंगा पर बने लगभग डेढ किलोमीटर लंबे राजघाट पुल पर मचे भगदड की वजह से भारी भीड का रेला मौके पर मौजूद है.
ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त होने से प्रशासन को भी राहत और बचाव के दौरान समस्याएं आ रही हैं. प्रशासन ने भारी भीड को देखते हुए राजघाट पुल का रास्ता रोक दिया है.
प्रशासन का जोर अब घायलों को तत्काल चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने पर है. सबसे करीबी अस्पताल रामनगर में घायलों को भेजा गया है हालांकि अन्य करीबी अस्पतालों में भी अलर्ट जारी कर चिकित्सा सेवा की व्यवस्था की जा रही है.