संयुक्त राष्ट्र. पुर्तगाल के पूर्व प्रधानमंत्री एंटोनियो गुतेरस संयुक्त राष्ट्र यानी यूएन के नए महासचिव नियुक्त किए गए हैं. एंटोनियो गुतेरस एक जनवरी 2017 से पदभार ग्रहण करेंगे.
इससे पहले 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद गुतेरस की नियुक्ति पर बहुमत के आधार पर फैसला दे चुकी थी. मौजूदा महासचिव बान की-मून का पांच वर्षों का दूसरा कार्यकाल एक जनवरी 2017 को खत्म हो रहा है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में एंटोनियो को संस्था का 9वां महासचिव चुना गया. 67 साल के गुतेरस बीते दिसंबर तक संयुक्त राष्ट्र की रिफ्यूजी एजेंसी के चीफ रहे.
यूएन महासचिव के पद के लिए सात महिलाओं समेत कुल 13 उम्मीदवार मैदान में थे. 193 सदस्यों वाले संयुक्त राष्ट्र ने इस पद के लिए एंटोनियो के नाम पर मुहर लगाई.
पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में जन्मे एंटोनियो का सियासी करियर 1974 में शुरू हुआ, जब इन्होंने सोशलिस्ट पार्टी ज्वाइन की. 1992 में एंटोनियो सोशलिस्ट पार्टी के महासचिव और विपक्ष के नेता बने.
1995 में हुए आम चुनाव में सोशलिस्ट पार्टी को जीत नसीब हुई और एंटोनियो पुर्तगाल के प्रधानमंत्री बने.
एंटोनियो अपने उत्तराधिकारियों से अलग हटकर काम करने की शैली के चलते अपनी सरकार के पहले साल में ही मशहूर पीएम बन गए.
एंटोनियो 1999 में दोबारा पीएम चुने गए. हालांकि उनका दूसरा कार्यकाल उतना सफल नहीं रहा.
सोशलिस्ट पार्टी की अंदरूनी कलह और इकोनॉमी की खस्ता हालत के चलते एंटोनियो की लोकप्रियता कम होती गई.
4. दिसंबर 2001 में स्थानीय निकाय के चुनावों में सोशलिस्ट पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद एंटोनियो ने पीएम के पद से इस्तीफा दे दिया.
मई 2005 में एंटोनियो संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी के मुखिया नियुक्त किए गए.
एंटोनियो संयुक्त राष्ट्र के नौ वे महासचिव होंगे. वह एक जनवरी, 2017 को कार्यभार संभालेंगे और उनका कार्यकाल 31 दिसंबर, 2022 तक होगा.
गुतेरस सन 1995 से 2002 तक पुर्तगाल के प्रधानमंत्री रहे थे. 2005 से 2015 तक उन्होंने संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त के रूप में शरणार्थियों के लिए कार्य किया.