लखनऊ. दशहरे के अवसर पर लखनऊ के ऐतिहासिक ऐशबाग रामलीला में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के शुरुआत और अंत में ‘जय श्री राम’ का उद्घोष किया.
श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के दिनों में भारतीय जनता पार्टी के हर छोटे-बड़े नेता द्वारा लगाए जाने वाले इस नारे को, अरसे बाद किसी भाजपा नेता द्वारा उच्चारित किया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विजयादशमी के अवसर पर हमें अपने भीतर की 10 बुराइयों को खोजकर खत्म करने की आवश्यकता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले लोगों के लिए माफी नहीं हो सकती. आतंकवाद को जड़ से मिटाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पहली लड़ाई किसी नेता ने नहीं बल्कि जटायु ने लड़ी थी.
विजयादशमी के मौके पर लखनऊ के ऐशबाग रामलीला में पहुंचे पीएम मोदी ने मंत्रों के उच्चारण के बीच भगवान राम को तिलक लगाया. इसके बाद पीएम मोदी ने राम दरबार की आरती उतारी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में ऐशबाग स्थित रामलीला मैदान पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, आतंकवाद के खिलाफ विश्व की मानवतावादी ताकतों को एकजुट होना होगा और आतंकवाद के खात्मे के लिए आतंकवाद के पनाहगाहों को नष्ट करना होगा.
मोदी ने कहा कि आतंकवाद की वजह से निर्दोष लोगों की जान जा रही है. आतंकवादी मानवतावादी चीजों को नष्ट करने में जुटे हुए हैं. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पहली लड़ाई जटायु ने लड़ी थी. एक नारी की रक्षा के लिए जटायु रावण से भी लड़ने के लिए तैयार हो गया था. यदि देश के 125 करोड़ लोग आतंकवाद के खिलाफ हर छोटी गतिविधियों पर नजर रखें तो इससे आसानी से लड़ा जा सकता है.
पीएम मोदी ने ‘जय श्री राम’ के उद्घोष के साथ भाषण की शुरुआत की. पीएम मोदी ने कहा, मुझे आज अति प्रचीन रामलीला में शामिल होने का सौभाग्य मिला. इस धरती से भगवान राम और श्री कृष्ण मिले. इस धरती को आकर प्रणाम करने का सौभाग्य मिला.
पीएम ने कहा, हम रावण को तो हर वर्ष जलाते हैं. रावण को जलाते समय एक संकल्प होना चाहिए कि हम भी अपने भीतर जो भी बुराइयां हैं इन्हें ऐसे ही खत्म करेंगे. हर साल इस संकल्प को और मजबूत बनाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि, आज का रावण शायद पहले जैसा ना हो, राम-रावण की लड़ाई पहले जैसी ना हो लेकिन हमारे भीतर एक द्वंद चलता है. दशहरा का मतलब होता है कि हम अपने भीतर की दस बुराइयों को खत्म करें. ईश्वर ने हर किसी को बुराई खत्म करने का सामर्थ दिया है. अपने भीतर की बुराइयों को खत्म करते राष्ट्र को श्रेष्ठ बनाना है.
लोकमान्य बालगंगाधर तिलक को याद करते हुए पीएम ने कहा, जिस प्रकार लोकमान्य ने गणेश उत्सव को समाज का पर्व बनाया उसी प्रकार इस रामलीला कमेटी ने एक प्रेरणादायी रामलीला का आयोजन किया.
आतंकवाद पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा, आतंकवाद मानवता का दुश्मन हैं. भगवान राम मानवता का प्रतिनिधित्व करते हैं. भगवान राम मर्यादाओं को रेखांकित करते हैं. त्याग और तपस्या की मिशाल भगवान राम ने मिसाल पेश की.
आतंकवाद बोलते हुए पीएम ने कहा, रामायण गवाह कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का काम सबसे पहले जटायू ने किया. एक स्त्री का अपहरण करके ले जा रहे सामर्थवान रावण से लड़ना आतंकवाद से लड़ने जैसा ही था. हम अगर राम नहीं बन सकते तो कम से जटायू बनकर आतंकवाद पर नजर तो रख सकते हैं.
पीएम मोदी ने कहा, एक बार जब मैं एक अमेरिका के एक बड़े अधिकारी से बात कर रहा था तो उन्होंने कहा कि ये आपके लॉ एंड ऑर्डर की समस्या है. लेकिन 26/11 के बाद पूरी दुनिया ने आतंकवाद को समस्या माना. आतंकवाद की कोई सीमा नहीं है.
पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा,जो लोग आज आतंकवाद को पनाह दे रहे हैं उन्हें छोड़ा नहीं जा सकता है. आतंकवाद को खत्म किए बिना मानवता की रक्षा संभव नहीं है.
पीएम ने कहा, आंतकवाद और दुराचार भी आतंकवाद का एक रूप हैं. इन्हें खत्म करने के लिए हमें संकल्पबद्ध होना पड़ेगा. लोगों को स्वच्छता का महत्व बताते हुए पीएम ने कहा, गंदगी भी रावण का एक छोटा सा रूप है. ये हमारे छोटे छोटे गरीब बच्चों की जान ले रही है. हमें मिलकर इस गंदगी रूपी रावण को खत्म करना होगा.
वर्ल्ड गर्ल्स चाइल्ड डे को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, एक सीता माता पर अत्याचार हुआ तो हम हर साल रावण को जलाते हैं लेकिन हर साल गर्भ में ना जानें कितनी सीताओं को मार दिया जाता है. इसे कैसे बर्दाश्त कैसे किया जा सकता है. बेटा पैदा होने पर जितनी खुशी मनाते हैं बेटी पैदा होने पर उससे कई गुना खुशी मनानी चाहिए.
पीएम ने कहा, श्री कृष्ण के जीवन में भी युद्ध था और राम के जीवन में भी युद्ध था. लेकिन हम वो लोग हैं जो युद्ध से बुद्ध की और जा रहे हैं. ये देश सुदर्शनचक्र धारी कृष्ण को भी युग पुरुष मानता है और चरखाधारी मोहन को भी युग पुरुष मानता है. पीएम ने भाषण के अंत में भी ‘जय श्री राम’ का जयघोष करवाया.