Home Search
मालिनी अवस्थी - search results
If you're not happy with the results, please do another search
यादों के झरोखे से : गुरु माँ गिरजा देवी जी को श्रद्धांजलि देती लोकगायिका...
मेरी माँ की हार्दिक अभिलाषा थी, कि मैं श्रद्धेया गिरिजा देवी जी से सीखूं..
सात बरस की बालअवस्था में, उन्होंने ही अप्पा जी की गायकी...
यह लोकसंस्कृति है, लोक से ही न जुड़ पाई तो काहे की लोककलाकार :...
देवा मेला की आख़िरी शाम! ऐसी भीड़ आई कि कार्यक्रम के बाद हम लोग डेढ़ घंटे बाद ही बाहर निकल सके. मेरा यही अनुभव...
‘संस्कृति नैमिषेय’ : भारतीय सभ्यता-संस्कृति-दर्शन के अश्वमेध यज्ञ का प्रारंभ
विश्व की संस्कृति और सभ्यता अलग-अलग काल खंड में पल्लवित पुष्पित एवं फलित भी हुई है, तो समय के कठिन और अमिट प्रभाव के...
संस्कृति नैमिषेय का शंखनाद
नई दिल्ली/लखनऊ. उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, पर्यटन मंत्रालय और संस्कृति गंगा के संयुक्त तत्वावधान में नैमिषेय शंखनाद का आयोजन किया जा रहा है. इस...
सत्य को बेसुरा नहीं होने देता तथ्यों का सुर
स्तरहीन, कर्महीन और नैतिकताविहीन हो चुकी एक खास खेमे और उनमें मौजूद दुराग्राही पेशेवर की तथाकथित पत्रकारिता किस तरह झूठ गढ़, फैला और बेचने...
जीने का आनंद लीजिये राष्ट्रधर्म-राष्ट्रसंस्कृति के महापर्व के बीच
संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विश्व की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में "राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव" का आयोजन किया जा रहा है.
17 दिसंबर से 24 दिसंबर...
पूरब की माटी से सीमा की माटी को संगीतमय नमन
हथवा में होत जो हमरे कटरिया, बहाइ देतीं गोरवन के खून हो कचौड़ी गली सून कइल बलमू, मिर्ज़ापुर कइल गुलजार हो... सइयां मिले लरकोईयाँ,...
संगीत संध्या : पूरब की माटी से सीमा की माटी तक
देश की सेना और शहीदों को समर्पित "पूरब की माटी से सीमा की माटी तक" एक लोक संगीत संध्या आदरणीया पद्मश्री गायिका मालिनी अवस्थी...
गुरु कुम्हार शिष्य कुम्भ : श्रद्धांजलि गिरिजा देवी
सोचती हूँ कि देवी सरस्वती ने स्वयं काया धारण कर सृष्टि में अवतरित होने की ठानी होगी, तभी सरस्वती बाबा विश्वनाथ की "गिरिजा" बन...
हम सबको मौसिक़ी से इश्क़ करने का सलीक़ा सिखाने वाली बेग़म अख़्तर साहिबा को...
"कुछ तो दुनिया की इनायात ने दिल तोड़ दिया,
और कुछ तल्ख़ी-ऐ-हालात ने दिल तोड़ दिया"
1975! शहर कानपुर! मामा का घर! रिकॉर्ड प्लेयर में गोल...